
खेल (201)
नई दिल्ली(HH USA)
आईपीएल 2022 का कार्यक्रम तय हो गया है। टी20 लीग की 10 टीमों को 2 ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप की टीमें एक-दूसरे से 2-2 मुकाबले खेलेंगी। वहीं दूसरे ग्रुप की 4 टीमों से भी उन्हें एक मुकाबला जबकि एक अन्य टीम से 2 मुकाबला खेलना है। इस तरह से हर टीम को 14-14 मुकाबले खेलने हैं। 26 मार्च से टूर्नामेंट शुरू होगा जबकि 29 मई को फाइनल खेला जाएगा। टूर्नामेंट के मौजूदा सीजन में कुल 74 मुकाबले होने हैं। इसमें 70 लीग के राउंड के मैच जबकि 4 प्लेऑफ के मैच शामिल हैं। लीग राउंड के मैच सिर्फ महाराष्ट्र में कराने का फैसला बीसीसीआई ने किया है। लीग राउंड के मैच मुंबई के तीन वेन्यू जबकि पुणे में खेला जाएगा। प्लेऑफ कहां खेला जाएगा, इसका वेन्यू अभी तय नहीं हुआ है। लेकिन मुकाबले अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हो सकते हैं। जल्द ही टूर्नामेंट का पूरा शेड्यूल जारी हो सकता है।ग्रुप-ए की बात करें तो इसमें 5 बार की चैंपियन मुंबई इंडियसं के अलावा कोलकाता नाइटराइडर्स, राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स को जगह मिली है। वहीं ग्रुप-बी में 4 बार की चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स के अलावा सनराइजर्स हैदराबाद, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस को शामिल किया गया है। लेकिन प्लेऑफ का फैसला दोनों ग्रुप की टाॅप टीम से नहीं होगा। एक ही ग्रुप की 4 टीमें नॉकआउट राउंड में पहुंच सकती हैं। भले ही 10 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है। लेकिन कौन-सी टीम नंबर-1 पर रही और कौन-सी अंतिम पायदान पर इसका निर्णय लीग राउंड के बाद होगा यानी अंकों के आधार पर एक से 10 नंबर पर कौन सी टीम रही इसका फैसला होगा। ऐसे में अगर एक ग्रुप की 4 टीमों के प्वाइंट सबसे अधिक रहे तो वह प्लेऑफ में पहुंच जाएगी। टी20 वर्ल्ड कप के नियम से यह बिल्कुल अलग है। वर्ल्ड कप में हर ग्रुप की टॉप-2 टीम को सेमीफाइनल में जगह मिली थी। पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा कि आईपीएल का नियम मुझे अधिक अच्छा लगा। क्योंकि हर टीम को विरोधी 9 टीमों से कम से कम एक मुकाबला खेलना है।
IPL's special rule, 4 teams of the same group can reach the playoff
नई दिल्ली(HH USA)
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी रॉड मार्श को हार्ट अटैक आया है। हार्ट अटैक के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 74 साल के मार्श को अटैक तब आया जब वह बुल्स मास्टर्स चैरिटी ग्रुप के एक कार्यक्रम के लिए बुंडाबर्ग गए थे। हार्ट अटैक आने के बाद बुल्स मास्टर्स के आयोजकों जॉन ग्लेनविल और डेविड हिलियर ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने भी रॉड मार्श पर बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि क्रिकेट से जुड़े सभी लोग उनके बारे में चिंतित हैं और रॉड मार्श को आज सुबह गंभीर हार्ट अटैक आया और अस्पताल में भर्ती हैं। रॉड ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट के प्रभावशाली शख्सियत हैं और करीब 50 साल से इससे जुड़े हैं। उनके कई साथी उनके साथ मौजूद हैं। जल्द ही उनका परिवार उनके साथ होगा।रॉड मार्श ऑस्ट्रेलिया के तीसरे सबसे सफल विकेटकीपर में एक हैं। उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट (416) और इयान हेली (395) के बाद विकेट के पीछे सबसे ज्यादा 355 शिकार किए हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए 96 टेस्ट और 92 वनडे खेलने वाले रॉड मार्श ऑस्ट्रेलिया की पुरुष क्रिकेट टीम के सेलेक्टर भी रहे हैं।
Australian legend Rod Marsh suffered a heart attack
नई दिल्ली
श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की शुरुआत से पहले टीम इंडिया को एक और झटका लगा है। क्योंकि मध्यक्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव सीरीज से बाहर हो गए हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज पर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। क्रिकबज के अनुसार, दाएं हाथ के बल्लेबाज ने शुरुआती टी20 के लिए लखनऊ की यात्रा की, लेकिन वह टीम का हिस्सा नहीं होगा। कथित तौर पर उनके हाथ में हेयरलाइन फ्रैक्चर हुआ है। वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरुआती टी20 में, सूर्यकुमार ने 18 गेंदों में 34 रनों की पारी खेली। दूसरे टी20 में वह 8 रन पर आउट हो गए थे। तीसरे गेम में 31 वर्षीय ने 31 गेंदों पर 65 रन बनाकर भारत को 184/5 के एक बड़े स्कोर तक पहुंचाया। उन्हें बल्ले से शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। सूर्यकुमार की अनुपस्थिति मेन इन ब्लू के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि घरेलू टीम पहले से ही विराट कोहली और ऋषभ पंत के बिना खेल रही है। दोनों खिलाड़ियों को सफेद गेंद के मैच से आराम दिया गया है। सूर्यकुमार की गैरमौजूदगी में श्रेयस अय्यर का अंतिम एकादश में स्वत: चयन हो जाएगा। दीपक हुड्डा को भी डेब्यू कैप सौंपी जा सकती है। दीपक चाहर को भी श्रृंखला से बाहर कर दिया गया है और उन्होंने लखनऊ की यात्रा नहीं की है। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान उन्हें हैमस्ट्रिंग की समस्या का सामना करना पड़ा और वह अपना स्पेल पूरा नहीं कर सके। यह देखा जाना बाकी है कि क्या बीसीसीआई सूर्यकुमार और चाहर के रिप्लेसमेंट की घोषणा करता है। सीरीज के तीन टी20 मैच 24, 26 और 27 फरवरी को खेले जाएंगे। लखनऊ पहले टी20 मैच की मेजबानी करेगा जबकि अगले दो मैच धर्मशाला में खेले जाएंगे।तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के बाद दोनों टीमें दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भिड़ेंगी। मैच क्रमशः 4 और 12 मार्च को मोहाली और बेंगलुरु में शुरू होंगे।
Team India got another setback, this batsman was also out
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा ने पहली बार बताया कि, उनके क्रिकेट करियर का सबसे बुरा लम्हा कौन सा था। हिटमैन का मानना है कि, 2011 वनडे वर्ल्ड कप के लिए जब उन्हें भारतीय टीम में नहीं चुना गया तो ये उनके करियर का सबसे बुरा वक्त था। इस बात के लिए रोहित शर्मा ने किसी को भी दोषी नहीं ठहराया और कहा कि, शायद उस वर्ल्ड कप से पहले उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं था और इसकी वजह से ही वो उस टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे।हालांकि रोहित शर्मा को साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप टीम में खेलने का मौका मिला था और उनका प्रदर्शन भी ठीक था। भारत ने उस साल खिताब भी जीता था, लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा ज्यादा अच्छा खेल नहीं दिखा पाए थे और इसकी वजह से ही उन्हें वनडे वर्ल्ड कप 2011 के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं मिली थी। दिनेश कार्तिक को दिए इंटरव्यू में उस वक्त को याद करते हुए रोहित शर्मा ने कहा कि, वो उस टीम का हिस्सा बनना चाहते थे और भारत की जीत में अपनी भागीदारी भी निभाना चाहते थे। रोहित ने कहा कि, ये सबसे बुरा वक्त था। उस समय मैं टीम में जगह बनाने के लिए बेकरार था और टीम के लिए प्रदर्शन करना चाहता था। आप जानते हैं कि आप अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे होंगे। मुझे पता था कि हमारे पास वर्ल्ड कप जीतने का बेस्ट मौका था। मैं उसका हिस्सा बनकर अंतर पैदा करना चाहता था। कहीं न कहीं मैं इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानता हूं। मैं किसी को इसके लिए दोषी नहीं ठहराना चाहता। वर्ल्ड कप से कुछ समय पहले मेरा प्रदर्शन शायद इतना अच्छा नहीं था कि मुझे उस मेगा इवेंट के लिए टीम में जगह दी जाती। उन्होंने कहा कि, हर कोई वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बनना चाहता है लेकिन एक तरह से मेरे लिए यह अच्छा ही रहा। मैं एक अलग खिलाड़ी बनकर निकला और मुझे अपनी बल्लेबाजी को बेहतर तरीके से समझने का मौका मिला। मैं ये जान सका कि यहां से आगे मुझे क्या करना है और मैंने सब कुछ बदला। इसके बाद मैंने अपना माइंटसेट और अपनी तकनीक में भी सुधार किया। हालांकि मेरी बैटिंग पोजीशन लगातार बदल रही थी और मैं इसके हिसाब से खुद को नहीं ढ़ाल पा रहा था। इसकी वजह से मैं थोड़ा पिछड़ गया क्योंकि आपको अपने डाउन की वजह से खेल में बदलाव करने होते हैं।
लंदन। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रोबिन्सन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली के विकेट को करियर का बेशकीमती विकेट बताया। साथ ही कहा कि उनके खिलाफ चौथी-पांचवीं स्टंप लाइन (आफ स्टंप से बाहर) पर गेंदबाजी करने की योजना सफल रही। ट्रेंटब्रिज में खेले गए पहले टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन कोहली (42) को पहली स्लिप में जो रूट को हाथों कैच कराया।कोहली का विकेट लेने पर मैच के बाद प्रतिक्रिया देते हुए रोबिन्सन ने कहा, 'विराट का विकेट अब तक के मेरे करियर का सबसे बड़ा विकेट था। इसलिए मैं खुश था। यह बहुत बड़ा पल था। उनके खिलाफ हमारी योजना चौथी-पांचवीं स्टंप लाइन पर बैक आफ अ लेंथ गेंदबाजी करने की थी। सौभाग्य से यह प्लान काम कर गई।'रोबिन्सन ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों की तारीफ की, लेकिन यह भी कहा कि किस्मत ने उनकी टीम का साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'लगभग 10-15 ऐसा मौका आया जब गेंद बल्ले के करीब से निकल गई। अगर किस्मत ने साथ दिया होत तो हम दो-तीन विकेट चटका सकते थे।बता दें कि टास जीतकर इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा और केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 126 रनों की साझेदारी की। रोहित शर्मा 83 रन बनाकर जेम्स एंंडरसन की गेंद पर बोल्ड हुए। वहीं केएल राहुल शतक लगाकर अभी भी क्रीज पर हैं।रोहित के आउट होने के बाद क्रीज पर चेतेश्वर पुजारा आए। पुजारा एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए। एंडरसन ने 9 के स्कोर पर आउट किया। टीम का स्कोर तब 150 था। इसके बाद कप्तान कोहली क्रीज पर आए। कोहली ने राहुल के साथ मिलकर 117 रनों की साझेदारी की, लेकिन अर्धशतक से चूक गए। उन्होंने 43 रनों की पारी खेली।दिन का खेल समाप्त होने तक टीम इंडिया ने 3 विकेट पर 276 रन बना लिए थे। केएल राहुल 127 रनों पर नाबाद हैं। वहीं अजिंक्य राहणे 1 रन पर नाबाद हैं। इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन को दो और ओली रोबिन्सन को एक विकेट मिला।
नई दिल्ली। चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में मैच दर मैच लगातार अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को निराश कर रहे हैं। पुजारा के बल्ले से जैसे रन निकलने ही बंद हो गए हैं और वो जल्दी ही अपना विकेट गंवा दे रहे हैं। ऐसा नहीं है कि, पुजारा तकनीकी तौर पर सक्षम नहीं हैं कि वो बड़ा स्कोर नहीं कर पाएं, लेकिन बार-बार उनका जल्दी आउट होना टीम के लिए नुकसानदेह होता जा रहा है क्योंकि वो बेहद अहम तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। दूसरे यानी लार्ड्स टेस्ट मैच की पहली पारी में भी वो सिर्फ 9 रन बनाकर ही आउट हो गए थे और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने उन्हें बेयरस्टो को हाथों कैच आउट करवा दिया था।अब पुजारा पहली पारी में एंडरसन के खिलाफ किस गलती की वजह से आउट हुए इसके बारे में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर व कमेंटेटर मो. कैफ ने बताया। कैफ ने सोनी स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा कि, पुजारा इन दिनों पूरी तरह से दवाब में हैं और ये बात साफ तौर पर नजर भी आ रही है। वो अपनी पारियों को गिन रहे हैं (जिनमें वो फेल रहे हैं) जो नहीं करना चाहिए, लेकिन ये आसान नहीं होता है। लार्ड्स की पिच पर पुजारा का अपने शरीर से बाहर बल्ले को फेंकना ही उनकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई। इस बार एंडरसन की गेंद आफ स्टंप के बाहर थी, लेकिन अब वो ज्यादातर बल्ले के बाहरी किनारा लेने पर ही आउट हो रहे हैं। उनकी आखिरी पारी में भी गेंद स्टंप्स के अंदर आ रही थी, फिर वो गिरने के बाहर की तरफ गई और उनके बल्ले का किनारा लेते हुए कैच फील्डर के पास चला गया। कैफ ने पुजारा की लार्ड्स की पारी पर बात करते हुए कहा कि, इस मैच में वो स्टंप से काफी दूर थे। जब आपका फुटवर्क सही तरीके से काम नहीं कर रहा होता और पुजारा जैसे खिलाड़ी ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदें खेलने लगें तो इसका साफ मतलब है कि, आप एक या दो पारियों को लेकर संदेह में हैं। पुजारा जब अच्छी फॉर्म में होते हैं तो उनके बल्ले और पैड के बीच में एक बड़ा गेम होता है और वो गेंद को अपने शरीर के पास खेलते हैं और ये उनकी ताकत भी है।
More...
हमारे बारे में
नार्थ अमेरिका में भारत की राष्ट्रीय भाषा 'हिन्दी' का पहला समाचार पत्र 'हम हिन्दुस्तानी' का शुभारंभ 31 अगस्त 2011 को न्यूयॉर्क में भारत के कौंसल जनरल अम्बैसडर प्रभु दियाल ने अपने शुभ हाथों से किया था। 'हम हिन्दुस्तानी' साप्ताहिक समाचार पत्र के शुभारंभ का यह पहला ऐसा अवसर था जब नार्थ अमेरिका में पहला हिन्दी भाषा का समाचार पत्र भारतीय-अमेरिकन्स के सुपुर्द किया जा रहा था। यह समाचार पत्र मुख्य सम्पादकजसबीर 'जे' सिंह व भावना शर्मा के आनुगत्य में पारिवारिक जिम्मेदारियों को निर्वाह करते हुए निरंतर प्रकाशित किया जा रहा है Read more....